नई दिल्ली (सुधीर सलूजा/सानिध्य टाइम्स) दिल्ली विश्वविद्यालय के जनकी देवी मेमोरियल कॉलेज में शनिवार को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अत्यंत उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ रही, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और पर्यावरण संतुलन के लिए योग की उपयोगिता को उजागर करना था।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि और योग प्रशिक्षक के रूप में स्वर्ण पदक विजेता और शोधकर्ता सुश्री गीता उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर स्वाति पाल द्वारा अतिथि के स्वागत के साथ हुई। इसके पश्चात स्टाफ सलाहकार मिस हिमानी, डॉ. पूनम और श्री अभिनब कुमार ने प्रो. पाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
प्रो. पाल ने सभा को संबोधित करते हुए योग को जीवन का आवश्यक अंग बताते हुए कहा कि “योग न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाता है, बल्कि यह हमारी कार्यक्षमता और आत्मविश्वास में भी वृद्धि करता है।” उन्होंने अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों में योग के योगदान को भी साझा किया।
सुश्री गीता ने अपने प्रोत्साहनपूर्ण व्याख्यान के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को योग के वैज्ञानिक पहलुओं से अवगत कराया। इसके बाद उन्होंने प्रशिक्षक सुश्री शिम्पी शर्मा के साथ मिलकर योगासन का व्यावहारिक प्रदर्शन किया। इस सत्र में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और योग की दैनिक दिनचर्या को अपनाने की प्रेरणा ली।
कार्यक्रम के अंत में सहभागी सभी प्रतिभागियों ने योगाभ्यास के अनुभव को अत्यंत सकारात्मक और उत्साहवर्धक बताया। कॉलेज परिसर में यह दिन एक स्वास्थ्य जागरूकता और सामूहिक ऊर्जा के संगम का प्रतीक बन गया।
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