नई दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज में गुरुवार, 1 फरवरी को वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव 2024 ‘चेतना उत्कर्ष’ के पहले दिन कई कार्यक्रमो का आयोजन हुआ। सांकृतिक महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में डी यू के सांस्कृतिक परिषद् के डीन प्रो.रविंद्र कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में कॉलेज की जी बी की कोषाध्यक्ष प्रो.महिमा ठाकुर, कॉलेज प्राचार्य प्रो. रविंद्रनाथ दूबे और सांस्कृतिक समिति की संयोजिका प्रो. जया वर्मा मौजूद रहे। प्राचार्य प्रो. रविंद्रनाथ दूबे ने प्रो. रविंद्र कुमार और प्रो. महिमा ठाकुर का पौधा, अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह के साथ स्वागत किया। प्रो. दूबे ने स्वागत वक्तव्य देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति बहुत महत्वपूर्ण है जिसमें ज्ञान के साथ मनोरंजन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति स्वयं पर गर्व करना सिखाती है। कॉलेज के सांस्कृतिक कार्यक्रम देश की संस्कृति को आगे ले जाने का काम करते हैं।प्रो. दूबे ने यूजीसी के कार्यक्रम ‘विकसित भारत’ पर 2047 की भारत की शिक्षा स्थिति पर शिक्षक, छात्र और कर्मचारी को सुझाव देने की बात कही।
प्रो. रविन्द्र कुमार ने कहा कि संस्कृति रोजी रोटी का जरिया भी है।कोई भी संस्कृति देश,समाज धर्म और स्वयं की पहचान है।आज भारतीय योग और आयुर्वेद को विश्व भर में पहचान मिली है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पेन,माइक और कैमरा का प्रयोग करना संस्कृति सिखाती है। उन्होंने कहा कि डी यू के कुलपति ने कल्चर काउंसिल को पुन जीवित कर दिया है। चाणक्य, जादू शो, पेंटिंग और फोटोग्राफी कार्यशालाएं इसके उदाहरण हैं।अपने धर्म, संस्कृति और अर्थव्यवस्था को किस तरह साथ लेकर चल सकते हैं, ये हमें दक्षिण भारत के लोगों से सीखना चाहिए। पिछले कुछ समय से धर्म और संस्कृति को साथ लेकर चला जा रहा है वो आने वाली पीढ़ियों को उदाहरण बनेगा। प्रो. महिमा ठाकुर ने कहा कि छात्रों को सफल होने के लिए अपने मन में प्रश्न पूछने चाहिए कि जिन्दगी में क्या करना है? उन्होंने कहा, सिकन्दर वह नहीं जो विजेता हो, जो कोशिश करता है ,वह सिकन्दर है। उन्होंने भगवान राम का उदाहरण देते हुए बताया कि जो निर्बल है वह मुझे प्रिय है। पहले दिन नुक्कड़ नाटक,पेंटिंग, सोलो डांस और क्लासिकल डांस आदि प्रतियोगिताएं आयोजित हुई जिसमें कई कॉलेजों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और पुरस्कार जीते। स्वागत सत्र का औपचारिक समापन महाविद्यालय के नृत्य समूह की सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ हुआ। कल्चर कमेटी की संयोजिका प्रो जया वर्मा ने सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन डा मोनिका ने लिया।
+ There are no comments
Add yours