कैनविन के संस्थापक डा. डीपी गोयल ने हर आम व खास से मदद का किया आग्रह

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गुरुग्राम। कैनविन फाउंडेशन के सम्पर्क में फिर से एक स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रॉफी (एसएमए) बीमारी से पीडि़त बच्चे के माता-पिता आए हैं। सोमवार को बच्चे के साथ कैनविन आरोगय धाम में वे बच्चे को लेकर पहुंचे। उन्होंने गुहार लगाई कि बच्चे के उपचार के लिए 17.5 करोड़ रुपये एकत्रित कराने में उनकी मदद करें। कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल ने उन्हें आश्वस्त किया कि पहले दो बच्चों के उपचार में की गई मेहनत की तरह इस बार भी वे लोगों से क्राउड फंडिंग का आग्रह करेंगे।
डा. डीपी गोयल ने कहा कि एसएमए नामक बीमारी का उपचार एक मात्र 16 करोड़ रुपये का टीका है, जो कि अमेरिका से मंगवाया जाता है। खास बात यह है कि यह टीम बच्चे की उम्र के 2 साल तक ही लगाया जा सकता है। यानी दो साल होने से जितना पहले यह टीका लग जाए, उतना ही ज्यादा फायदा होता है। उन्होंने कहा कि पहले भी एसएमए पीडि़त दो बच्चों रेयांश मदान व कनव जांगड़ा के उपचार में कैनविन फाउंडेशन मदद के लिए आगे आया। डा. डीपी गोयल ने कहा कि इस उद्देश्य के साथ कैनविन का गठन किया गया है, उसमें फाउंडेशन सफल हो रहा है। आम और गरीब व्यक्ति के साथ उपचार कराने में पूरी तरह से असमर्थ लोगों, असहाय लोगों के लिए कैनविन अच्छा काम करने का प्रयास करता है। कोई भी व्यक्ति दान शिवांशी मिश्रा के खाता संख्या-222333008081137 (आईएफएससी कोड-आरएटीएन0वीएएपीआईएस) में डाल सकता है। उन्होंने अपील की कि रेयांश व कनव की तरह से अब 17 माह की बच्ची शिवांशी मिश्रा का जीवन बचाने में भी मदद करें। 17.5 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम लोगों के सहयोग से ही एकत्रित हो सकती है। अकेला परिवार या व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता।
शिवांशी मिश्रा के पिता आकाश मिश्रा व मां आरती शुक्ला ने भी मार्मिक अपील करते हुए कहा है कि शिवांशी का जीवन बचाना आप सबके हाथ में है। एक रुपया भी दान देकर शिवांशी का जीवन बचाने में सहयोग करें। शिवांशी के पिता आकाश मिश्रा ने बताया कि पहले दो बच्चों को एसएमए का टीका लगवाने में कैनविन फाउंडेशन ने मदद की थी। इसका उन्हें पता चला। इसलिए वे कैनविन फाउंडेशन में पहुंचे हैं।

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