गुरुग्राम, 19 नवम्बर, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। उनकी जयंती कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्ण श्रद्वाभाव से मनाई गई। गुरूग्राम के कमान सराय स्थित कांग्रेस के जिला कार्यालय में एकत्रित हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर श्रद्वासुमन अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। इस मौके पर मुख्य रूप से विधानसभा प्रभारी दीपक भारद्वाज के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलराज कटारिया,राव वरिंदर सिंह, कुलदीप कटारिया, भारत मदान,पंकज डावर,अमित भारद्वाज,सूबे सिंह यादव,सतबीर सिंह, विकास हुडा,अरुण शर्मा, रिंकू यादव,पर्ल चौधरी, नरेश यादव,जीतू, मनोज भारद्वाज, रविराज उज्जनीवाल, मुकेश सिंगला, राहुल, मनोज आहूजा, रोशनलाल सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में सभी नेताओ व कार्यकर्ताओ ने एक स्वर में कहा कि इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने आपातकाल लगाने से लेकर परमाणु परीक्षण जैसे फैसले लिए। आज विश्व पटल पर भारत एक सशक्त परमाणु संपन्न देश के तौर पर मजबूती से खड़ा है, लेकिन इसकी नींव पड़ी थी देश की आयरन लेडी कही जाने वाली पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जमाने में। आज 19 नवंबर की तारीख है और आज ही के दिन 1917 को इंदिरा गांधी का जन्म हुआ था।
उनके पिता देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। दादा मोतीलाल नेहरू ने इंदिरा नाम दिया था और देश के लिए किए गए उनके साहसिक फैसलों की वजह से दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें “दुर्गा” कहकर संबोधित किया था। इस मौके पर दीपक भारद्वाज आदि अन्य वक्ताओं ने भी महिला प्रधानमंत्री के देश के लिए दिए योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया।
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