नई दिल्ली(सुधीर सलूजा/ सानिध्य टाइम्स) सीमा जागरण मंच ने महाराजा अग्रसेन कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी.) इकाई के सहयोग से ‘नो अवर बॉर्डर्स इवेंट’ का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य दर्शकों को हमारे राष्ट्र के भूगोल, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के बारे में शिक्षित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत सीमा जागरण मंच द्वारा भक्ति प्रस्तुतियों के साथ हुई, इसके बाद भारत के भीतर विविध भौगोलिक क्षेत्रों और ऐतिहासिक विभाजनों को दर्शाते हुए एक दृश्य प्रस्तुति दी गई, जिसमें सीमा जागरण मंच द्वारा राष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा के लिए की गई पहलों पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर संजीव कुमार तिवारी ने सभी प्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए समाज में जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय सीमाओं के बारे में ज्ञान के प्रसार में सीमा जागरण मंच के प्रयासों की सराहना की। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यार्थियों को हमारे देश की सीमाओं की सुरक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में अतिरिक्त कार्यशालाओं का आयोजन किया जाना चाहिए।
मुख्य अतिथि अमित सिंह, सहायक प्रोफेसर एससीएनएसएस, जेएनयू, ने कहा कि अवैध प्रवासियों के कारण अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ता है, जिसका असर फ्रांस, इटली जैसे देश पर अब पड़ता दिखाई दे रहा है जो सुधार के लिए अब कड़ी आव्रजन नीतियों को लागू कर रहे हैं।
कार्यक्रम में डॉ. श्याम नारायण पांडे, अनंत युवा प्रमुख, सीमा जागरण मंच ने कहा कि अगर हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं, तो भारत मजबूत है। इसके लिए हमें युवा वर्ग को जागरूक करना होगा। यह कार्यक्रम “अपनी सीमाओं को जानें” की दसवीं कड़ी थी।
लेफ्टिनेंट कर्नल दिवाकरन नाम्बियार (सेवानिवृत्त) ने राष्ट्र रक्षा की जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पर प्रकाश डालते हुए देश की सीमाओं पर शुरू होने वाली विकास की पहलों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
+ There are no comments
Add yours