दिल्ली — राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आम- जनता में नेचुरोपैथी का प्रचार-प्रसार व समग्र विकास हेतु 25 वर्षों से समर्पित इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) को Biggest Naturopathy Oranization in the World” अवार्ड से वियतनाम की आर्थिक राजधनी हो चि मिह्न (Ho Chi Minh) शहर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित किया गया।
वियतनाम बुक आफ रिकाॅर्ड्स (Vietnam Book of Records) के 20वें वार्षिक समारोह के अवसर पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में इण्डिया बुक आफ रिकाॅर्डस (India Book of Recors) व वल्र्ड रिकार्ड्स यूनियन (World Records Union) द्वारा वियतनाम में माननीय मंत्राी तथा इण्डो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड के निदेशक डाॅ. बिश्वरूप राॅय चैध्री द्वारा सूर्या पफाउण्डेशन के वाइस चेयरमैन तथा इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. अंनत बिरादार को मेडल व प्रमाण-पत्रा देकर सम्मानित किया गया। इस सम्मेलन में साहित्य, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्रा में विशेष योगदान दे रहे 10 देशों के लगभग 700 प्रतिनिध्यिों ने भाग लिया। इस अवसर पर हिंदी भाषा में विशेष योगदान हेतु माननीय राज्यसभा सांसद श्री रामचंद्र जाँगड़ा व 195 देशों के राष्ट्रगान कंठस्थ करने पर पुणे के 12 वर्षीय मास्टर जयेश को भी सम्मानित किया गया। इसके पूर्व भी INO को सन् 2018 में सामूहिक मिट्टी स्नान (Mass Mud Bath) के लिए एशिया बुक आफ रिकार्डस (Asia Book of Records) से सम्मानित किया जा चुका है।
सूर्या फाउण्डेशन व INO के संस्थापक चेयरमैन पदमश्री जयप्रकाश जी के प्रेरणादायक व कुशल मार्गदर्शन में प्राकृतिक चिकित्सा योग (आयुष) को विभिन्न कार्यक्रमों, शिविरों व अभियानों के माध्यम से भारत के 32 राज्यों (केन्द्रशासित प्रदेशों सहित) , लगभग 500 जिलों तथा अमेरिका, चीन, कनाडा, वियतनाम, माॅरिशस, यूक्रेन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, नेपाल, फीलीपिन्स व अन्य देशों में तीन दशकों से सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं। पदमश्री जयप्रकाश जी ने स्वयं प्राकृतिक चिकित्सा को अपने जीवन में अपनाया व प्रयोग किया है। वह चाहते हैं कि इस सरल व सस्ती स्वदेशी चिकित्सा पद्वति का ज्ञान और लाभ देश के हर नागरिक को मिले। उन्होंने नेचुरोपैथी के प्रति जन-सामान्य को जोड़ने, शासकीय ध्यान आकर्षण करने हेतु तथा इसके समग्र विकास प्रचार-प्रसार व संवधर्न हेतु इसे जन आन्दोलन बनाने के लिए 20 दिन तक केवल जलाहार कर दिल्ली में गाँधी समाधि राजघाट पर सन् 2003 में ‘‘भारत जगाओ- सत्याग्रह’’ आन्दोलन किया था। जिसके परिणाम स्वरुप केंद्र सरकार द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा के विकास हेतु अनेक रचनात्मक योजनाओं की घोषणा हुई तथा मोदी सरकार ने तो 9 नवंबर, 2014 को स्वतंत्र आयुष मंत्रालय का गठन किया है।
वर्तमान समय में INO एवं सूर्या फाउण्डेशन द्वारा विद्यार्थियों व सामान्य जनता (आयु वर्ग 12 वर्ष से 60 वर्ष तक) में नेचुरोपैथी-योग के जन जागृति हेतु ‘कौन बनेगा स्वास्थ्य रक्षक (KBSR) अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें 75 लाख लोगों की सहभागिता का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2012 में बैंगलूरू में प्राकृतिक चिकित्सा पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन किया जिसमें 5000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। वर्ष 2018 अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में विश्व के 73 लाख लोगों को योगाभ्यास कराने का कीर्तीमान स्थापित किया। इसके अतिरिक्त डाॅक्टर्स मैनेजमेंट ट्रेंनिंग कैंम्प, संगोष्ठी, सम्मेलन, शिविर, योग-प्राकृतिक चिकित्सा दिवस, नेचर क्योर वल्र्ड (Nature Cure World) त्रौमासिक पत्रिका का प्रकाशन एवं केंद्र व राज्य सरकारों के साथ समन्वय आदि INO के प्रमुख कार्यक्रम हैं। संगठन की स्थापना से लेकर आज तक प्राकृतिक चिकित्सा-योग के समग्र विकास एवं प्रचार-प्रसार हेतु आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से अनेक रचनात्मक कार्य किये हैं जिसमें नेशनल आयुष मिशन का गठन, प्राकृतिक चिकित्सा दिवस की घोषणा, नेशनल बोर्ड फाॅर प्रमोशन एण्ड डेवलपमेंट आफ नेचुरोपैथी (NBPDN) , नेचुरोपैथी रजिस्टेशन बोर्ड ( NRB ) नेचुरोपैथी टाॅस्क फोर्स एवं मंत्रालय के अंतर्गत संचालित स्वाशासित संस्थाऐ (Autonomous Bodies) केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधन परिषद् (CCRYN ) व राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (NIN) को सशक्त ( Empowerment) करना आदि है।
हमारा मानना है कि प्राकृतिक चिकित्सा का विस्तार सही रूप में होगा तो हमारे परिवार व देश का स्वास्थ्य बजट घटेगा, साथ ही नेचुरोपैथी-योग से व्यक्ति स्वस्थ रहकर, परिवार व समाज के अन्य लोगों को प्रभावित कर सकता है। INO एक नेचुरोपैथी का अभियान है, आप सभी इस अभियान का हिस्सा बनकर अपना योगदान दे सकते हैं।
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