नई दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय स्थित जानकी देवी मेमोरियल महाविद्यालय में ‘भारतीय भाषा समिति’ और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय काव्य महोत्सव का भव्य आयोजन प्राचार्य, प्रो.स्वाति पाल के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर प्रो. स्वाति पाल ने भारतीय भाषाओं के महत्व पर बात करते हुए कहा कि, ‘यह समस्त भारतीय भाषाएँ , हमारे हृदय से जुड़ी अनेक मातृभाषाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, यह हमारे मन को जोड़ती हैं और यह ही सच्चे अर्थों में अतुल्य भारत की वास्तविक पहचान भी है।’ प्रो.पायल नागपाल के अनुसार-‘ जिस प्रकार ‘माँ’ हमारी प्राथमिक गुरु होती हैं , उसी प्रकार मातृभाषा जीवन का प्राथमिक आधार हैं।’ अनेक यह समारोह आईक्यूएसी संयोजक,प्रो.पायल नागपाल के सान्निध्य में संचालित किया गया। इस दौरान आयोजन,प्रबंधन एवं संयोजन का महत्वपूर्ण दायित्व बतौर संयोजक डॉ. रजनी बाला अनुरागी सहित औरजीना मैरी लाकाडोंग एवं ज्योति,तनुजा रावल,तनु शर्मा,तारिणी पांडेय,दीनदयाल,विवेक शर्मा,राहुल प्रसाद के सह-संयोजन में किया गया। अनेक सत्रों में अनेक पुस्तकों पर चर्चा परिचर्चा एवं विभिन्न छात्राओं द्वारा काव्य पाठ प्रस्तुत किया गया। इस दौरान हिंदी,अँग्रेज़ी, उर्दू,उड़िया,गुजराती,भोजपुरी,लद्दाखी,हरियाणवी आदि विभिन्न भारतीय भाषाओं की कविताओं का पाठ भी किया गया।
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