चेतना उत्कर्ष में दूसरे दिन भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सराबोर हुआ अंबेडकर कॉलेज

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नई दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अंबेडकर कॉलेज में शुक्रवार, 2 फरवरी को वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव ’चेतना उत्कर्ष’ 2024 के अंतर्गत दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज चेयरमैन प्रो. पंकज त्यागी और विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. राजेश सिंह उपस्थित रहे। डॉ. राजेश सिंह और प्रो. पंकज त्यागी का छात्र संघ सदस्यों ने पौधा व स्मृति चिन्ह दे कर स्वागत किया। सांस्कृतिक समिति की संयोजिका प्रो. जया वर्मा ने महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रविंद्रनाथ दुबे को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
प्राचार्य प्रो. रविंद्रनाथ दुबे ने अपने वक्तव्य में G-20 समेलन की बात करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास उसकी संस्कृति, परंपरा, दर्शन और वेश–भूषा से होता है। प्रो. दूबे ने वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव के पहले दिन के सफल आयोजन पर कॉलेज परिवार को बधाईयां दी। डॉ. राजेश सिंह ने चेतना उत्कर्ष के बारे में बात करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम ही छात्र के आत्मबल, मनोबल, और नेतृत्व क्षमता विकसित करते हैं। अपने वक्तव्य में डॉ. राजेश सिंह ने प्रधानमंत्री के विकसित भारत योजना की बात करते हुए कहा कि 2047 तक भारत एक विकसित देश बन जाएगा। प्रो. पंकज त्यागी ने कहा कि छात्र अपनी चेतना को विकास, ज्ञान, अनुभव और विचार से विकसित कर सकते हैं। प्रो. त्यागी ने कॉलेज एनसीसी कैडेट की तारीफ करते हुए कहा कि आज के कैडेट्स भविष्य के अफसर होंगे।
सांस्कृतिक महोत्सव 2024 ’चेतना उत्कर्ष’ के दूसरे दिन लोक नृत्य और वेस्टर्न डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कई कॉलेजों के विद्यार्थियों ने भाग लिया और पुरस्कार जीते। कार्यक्रम का संचालन डॉ मोनिका अहलावत ने किया। चेतना उत्कर्ष का सफल आयोजन प्रो जया वर्मा के संयोजन में हुआ।

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